कविता
वो दौर भी गुजरा
ये दौर भी गुजर जायेगा
समय को पकड़ेगा कौन
उसे तो गुजरना है गुजर जायेगा
आये पल ज़िंदगी मे जो खुशियों के पकड़ कर रखो
गम के पलों मे ये यादो का चमन काम आयेगा
वो फरिश्तों का दौर था जो गुजरा
ये इंसानो का दौर भी गुजर जायेगा
अगर दिखतें है अभी फूलों मे काँटे हमे
कभी वक़्त वो भी तो होगा
जब काँटों मे फूल नजर आयेगे.
.................रेनू सिंह
नज़रिया
वो दौर भी गुजरा
ये दौर भी गुजर जायेगा
समय को पकड़ेगा कौन
उसे तो गुजरना है गुजर जायेगा
आये पल ज़िंदगी मे जो खुशियों के पकड़ कर रखो
गम के पलों मे ये यादो का चमन काम आयेगा
वो फरिश्तों का दौर था जो गुजरा
ये इंसानो का दौर भी गुजर जायेगा
अगर दिखतें है अभी फूलों मे काँटे हमे
कभी वक़्त वो भी तो होगा
जब काँटों मे फूल नजर आयेगे.
.................रेनू सिंह
रेनू जी समय चक्र सदा चलता ही रहता है उसे कौन रोक सका है हाँ जो इस चक्र के साथ नहीं चला वही पीच्छे छूट जाता है !!!!!!!!!!
जवाब देंहटाएं